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घरेलू ऑक्सीजन थेरेपी - फे फड़� संबंधी
पुनवार्स िशक्षा पचार्
इस लेख क� साम�ी अनुवा�दत संस्करण है, और चीनी संस्करण �बल होगा।
घरेलू ऑक्सीजन थेरेपी का उ�ेश्य
ऑक्सीजन का उपयोग जीिवत रहनेकेिलए �कया जाता है। हम�हर �दन हवा सेऑक्सीजन क� लगातार
ज़�रत होती है, और साँस �ारा ली ऑक्सीजन फे फड़� सेबहनेवालेर� म��वेश करती है; �फर �दय
ऑक्सीजन यु� र� को शरीर केसभी भाग� को भेजता है।
अिधकांश रोिगय� को हाइपोिक्सया और अस्थमा क� समस्या होती हैक्य��क उनकेफे फड़� को फे फड़� या
संचार �णाली क� समस्या� केकारण सामान्य �ास केमाध्यम सेशरीर को आपू�तर्करनेकेिलए पयार्�
ऑक्सीजन नह� िमलती। मरीज� केदैिनक जीवन, र� परीक्षण केप�रणाम और अन्य कारक� म�
हाइपोिक्सया क� िड�ी केअनुसार डॉक्टर तय कर�गे�क घरेलूऑक्सीजन थेरेपी क� �वस्था क� जाए या
नह�।
इसकेअलावा, लंबेसमय का हाइपोिक्सया दाएँ�दल पर दबाव को बढ़ाएगा और �दल क� कमजोरी का
कारण बनेगा। ऑक्सीजन थेरेपी �दल केदबाव और फु फ्फु सीय �दय रोग क� घटना को कम करनेकेिलए
अित�र� ऑक्सीजन �दान करती है; यह शारी�रक परेशानी को कम कर सकती हैऔर हाइपोिक्सयाकारण होनेवालेअस्थमा को कम कर सकती है, िजससेजीवन क� गितशीलता और गुणव�ा म�सुधार होता है,
और यहाँतक �क अस्पताल म�रोिगय� केदािखल होनेकेसमय को कम करनेऔर जीवन को बढ़ानेम�सफल
�प से�भािवत कर सकती है।
घरेलू ऑक्सीजन थेरेपी
ऑक्सीजन का उपयोग डॉक्टर केपच�केअनुसार �कया जाना चािहए। घरेलूऑक्सीजन थेरेपी शरीर केिलए
अित�र� ऑक्सीजन �दान कर सकती है, और लंबेसमय तक उपयोग सेलत नह� लगेगी।
वतर्मान म�, सबसेअिधक इस्तेमाल �कया जानेवाला घरेलूऑक्सीजन उपकरण ऑक्सीजन सां�क है। इसके
काम का िस�ांत चार� ओर सेहवा म�ख�चना है, �फर अन्य गैस� सेऑक्सीजन को अलग करना, ऑक्सीजन
को सां��त करना और उ�-शु�ता वाली ऑक्सीजन को �दान करना है।हांगकांग म�, जब एक घर म�ऑक्सीजन सां�क क� �वस्था क� जाती है, तो आमतौर पर एक पोट�बल
ऑक्सीजन िसल�डर को उसी समय बैकअप के�प म�और बाहर जातेसमय उपयोग केिलए भी �विस्थत
�कया जाएगा। पोट�बल ऑक्सीजन िसल�डर म�संपीिड़त ऑक्सीजन होती है। उपयोग म�होनेपर, ऑक्सीजन
को बाहरी �वाह मीटर या ऑक्सीजन पयर्वेक्षक सेिनकाला जाएगा।कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची है. इस बीच सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का एक घरेलू नुस्खा तेजी से वायरल हो रहा है. एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और नीलगिरी के तेल की पोटली बनाकर सूंघने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है.कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची है. इस बीच सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का एक घरेलू नुस्खा तेजी से वायरल हो रहा है. एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कपूर, लौंग, अजवाइन और नीलगिरी के तेल की पोटली बनाकर सूंघने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ता है.ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है जब देश में COVID-19 की दूसरी लहर की वजह से कई राज्य बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं.
हालांकि, पड़ताल में हमें इस दावे को सच साबित करने वाला कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला. हमने इस बारे में चेस्ट स्पेशलिस्ट से भी बात की जिन्होंने इस दावे को मिथ बताया.
दावा
इस वायरल मैसेज में इंग्लिश में लिखा है, ''कपूर, लौंग, अजवाइन और यूकेलिप्टस के तेल की कुछ बूंदें. इनकी पोटली बनाएं और उसे दिन-रात (यानी लगभग हर समय) सूंघते रहें. इससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में मदद मिलेगी.''
“ये पोटली लद्दाख में ऑक्सीजन लेवल कम होने पर पर्यटकों को दी जाती ही. अब कई एंबुलेंस में भी ये पोटली रखी जाती है.''
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